भारतीय न्याय संहिता 115 क्या है? – Bharatiya Nyaya Sanhita 115 in Hindi & English
Bharatiya Nyaya Sanhita 115 in Hindi – BNS 115 in Hindi स्वेच्छया घोर उपहति कारित करना- (1) जो कोई स्वेच्छया उपहति कारित करता है, यदि वह उपहति, जिसे कारित करने का उसका आशय है या जिसे वह जानता है कि उसके द्वारा उसका किया जाना सम्भाव्य है धौर उपहति है, और यदि वह उपहति, जो … अधिक पढ़े…