भारतीय न्याय संहिता 38 क्या है? – Bharatiya Nyaya Sanhita 38 in Hindi & English

Bharatiya Nyaya Sanhita 38 in Hindi – BNS 38 in Hindi शरीर की प्राइवेट प्रतिरक्षा के अधिकार का विस्तार मृत्यु कारित करने पर कब होता है- शरीर की प्राइवेट प्रतिरक्षा के अधिकार का विस्तार, पूर्ववर्ती अंतिम धारा 37 में वर्णित निर्बन्धनों के अधीन रहते हुए, हमलावर की स्वेच्छया मृत्यु कारित करने या कोई अन्य अपहानि … अधिक पढ़े…