Suman vs Ashok Domestic Violence Judgement
प्रार्थिया श्रीमती सुमन व उसकी अवयस्क पुत्री कु० ध्रुवी व कु० दृष्टि की ओर से विरूद्ध विपक्षीगण अंतर्गत धारा-१२ घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षण दिलाये जाने हेतु तथा भरण-पोषण के सम्बन्ध में अनुतोष प्राप्त करने हेतु यह प्रार्थना-पत्र प्रस्तुत किया गया है। संक्षेप में प्रार्थना-पत्र का कथानक इस प्रकार है … अधिक पढ़े…