IPC Section 144 in Hindi – दोस्तों, अगर कोई व्यक्ति “Unlawful Assembly” को ज्वाइन करता है, और उसके पास कोई ऐसा वेपन है, कोई ऐसा हथियार है, जिससे किसी दूसरे की जान जाने का खतरा हो तो क्या इसके लिए भी कोई कानून बना है? जी हाँ इसके लिए भी हमारे कानून में सजा का प्रावधान है। ये भी एक अपराध है। तो आज के इस आर्टिकल में हम चर्चा करने वाले हैं, IPC 144 In Hindi यानी भारतीय दंड संहिता की धारा 144 क्या है?, IPC DHARA 144 KYA HAI?, आईपीसी धारा 144 को कब और किन-किन अपराध में लगाया जाता है?, आईपीसी धारा 144 में कितनी सजा का प्रावधान है?, आईपीसी धारा 144 में जमानत कैसे मिलेगी?, (IPC 144 is Bailable or Not)? और आईपीसी धारा 144 में अपना बचाव कैसे करे? सभी Question के हल इस आर्टिकल में मिलेगे।
IPC 144 in Hindi – आईपीसी धारा 144 क्या है? आईपीसी धारा 144 कब लगती है?
IPC Section 144 में बताया गया है, कि अगर कोई व्यक्ति Unlawful Assembly का हिस्सा बनता है। अब आप सोच रहे होंगे की ये Unlawful Assembly क्या होती है? इसके बारे में मैंने विस्तार से पिछले आर्टिकल IPC 141 में बताया हुआ है, आप उस आर्टिकल को पढ़ सकते हैं। फिर भी मैं शार्ट में आपको बता देता हूँ, कि पांच या पांच से ज़्यादा लोगों का समूह, पांच या पांच से ज़्यादा लोगों का ग्रुप, जो कि कुछ गैर कानूनी काम करता है, (उसमें कुछ पॉइंट्स भी बताए गए हैं, आप वो पॉइंट्स IPC 141 के आर्टिकल में पढ़ सकते है, आपको क्लियर हो जाएगा।) तो उसको Unlawful Assembly बोलते हैं।
IPC DHARA 144 KYA HAI? –
अगर कोई व्यक्ति Unlawful Assembly को ज्वाइन करता है, मतलब उसमें शामिल हो जाता है, उसका सदस्य हो जाता है, उसका मेंबर वन जाता है। और उसके हाथ में या उसके पास कोई ना कोई ऐसा वेपन होता है, कोई ना कोई ऐसा हथियार होता है, जैसे बंदूक हो गई, तलवार हो गई जिससे कि किसी का कत्ल हो सके या किसी की जान जाने का खतरा हो। ऐसा हथियार किसी के पास है, और उसने Unlawful Assembly भी ज्वाइन कर ली है, वो उस ग्रुप में जाकर शामिल हो गया है, और उसके पास कोई वेपन है। तो उस वयक्ति पर आईपीसी धारा 144 लगेगी।
आईपीसी धारा 144 का उदाहरण-
सुमित के फ़ोन पर उसका दोस्त फ़ोन करके बोलता है, की भाई मुझे पड़ोस की जमीन पर कब्ज़ा करना है। हम कुछ लोग वंहा जा रहे है, तू भी चल हमारे साथ। सुमित बोलता है, की वंहा लड़ाई झगड़ा होगा मैं नहीं आ रहा तभी उसका दोस्त बोलता है, की झगड़ा नहीं होगा तू बस साथ चल तुझे वंहा कुछ नहीं करना। अब सुमित दोस्ती के चक्कर में आकर उनके साथ चला गया। सुमित को मिलाकर टोटल दस लोग वंहा कब्ज़ा करने चले गए जिसमे सुमित का दोस्त अपने साथ तलवार लेकर गया था।
वंहा जाकर सुमित के दोस्त ने कब्ज़ा करने के लिए झगड़ा स्टार्ट कर दिया। कुछ देर बाद पुलिस आ गयी और सभी दस लोगो को गिरफ्तार कर लिया। और उन सभी दोस्तों पर पुलिस ने आईपीसी धारा 144 के तहत FIR दर्ज कर दी। क्योंकि सुमित के दोस्त के पास तलवार थी। और टोटल आदमी दस थे तो इन सब को क्या माना गया Unlawful Assembly का हिस्सा।
आईपीसी धारा 144 में कितनी सजा का प्रावधान है? – IPC 144 Punishment in Hindi
आईपीसी धारा 144 में दो साल तक की सजा (punishment) का प्रावधान है, या फाइन भी लग सकता है, या फिर दो साल तक की सजा और साथ में फाइन दोनों भी हो सकते हैं। ये जज साहब के विवेक पर डिपेंड करेगा।
अपराध | सजा | संज्ञेय | जमानत | विचारणीय |
---|---|---|---|---|
घातक आयुध से सज्जित होकर विधिविरुद्ध जमाव में सम्मिलित होना | 2 साल की सजा या जुर्माना या फिर दोनों हो सकते हैं। | यह एक संज्ञेय अपराध है। | यह एक जमानतीय (Bailable) अपराध है। | किसी भी मजिस्ट्रेट द्वारा। |
आईपीसी धारा 144 में जमानत – IPC 144 Bailable or not?
आईपीसी धारा 144 एक Bailable Offense है, Bailable का मतलब क्या होता है? Bailable का मतलब होता है, कि यह जमानती अपराध है। इसमें जमानत पुलिस थाने में ही हो जाएगी मतलब जमानत के लिए आपको कोर्ट जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी जमानत पुलिस थाने में ही हो जाएगी।
आईपीसी धारा 144 एक Cognizable (संज्ञेय) Offense है। Cognizable (संज्ञेय) का मतलब होता है, कि पुलिस बिना वारंट के आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लेती है।
आईपीसी धारा 144 एक गैर-समझौता वादी अपराध है। इसमें समझौता नहीं होगा। इसका ट्रायल, proceeding अदालत में किसी भी मजिस्ट्रेट द्वारा चलेंगी।
आईपीसी धारा 144 में अपना बचाव कैसे करे?
आईपीसी धारा 144 में अपना बचाव करने के लिए, मैं आपको कुछ पॉइंट बता रहा हूँ।
- यदि कोई भी व्यक्ति चाहे वो आपका दोस्त हो या फ़ैमिली मेंबर हो, अगर वो आपको ग्रुप के साथ लेकर जा रहा है, और आप ये बात जानते है, की वंहा लड़ाई झगड़ा हो सकता है। तो आप को नहीं जाना चाहिए बल्कि उनको भी रोकना चाहिए।
- अगर आप कंही ऐसी जगह पर जा रहे हैं, जंहा पर आंदोलन या कोई सभा हो रही है, तो कोई भी हत्यार अपने साथ नहीं ले जाना चाहिए।
- यदि किसी आंदोलन या कोई सभा में आपको कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखाई देता है, तो आप वंहा से निकल जाए या पुलिस को सुचना दे।
- यदि आप निर्दोष है, और आप पर आईपीसी धारा 144 लग गयी है, तो घबराए नहीं किसी अच्छे वकील को अपने केस के लिए नियुक्त करे।
- यदि आप निर्दोष है, और आपके पास सबूत है, तो उन सभी एविडेन्स को संभाल के रखे और अपने वकील को दे।
- नोट: अपने आप को बचाने के लिए कोर्ट में झूठा गवाह या सबूत पेश न करें। नहीं तो आप और जायदा फस सकते है।
उम्मीद करता हूं, आपको भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 144 (IPC 144 in Hindi) समझ में आ गयी होगी। मैंने इसको सिंपल शब्दों में समझाने की कोशिश की है, अगर फिर भी कोई Confusion रह गई है, तो आप कमेंट बॉक्स में क्वेश्चन कर सकते है। मुझे आंसर देने में अच्छा लगेगा।
FAQs:- (अक्सर आईपीसी धारा 144 में पूछे जाने वाले सवाल)
अगर कोई व्यक्ति Unlawful Assembly को ज्वाइन करता है, और उसके हाथ में या उसके पास कोई ऐसा हथियार है, जिससे कि किसी का कत्ल हो सके या किसी की जान जाने का खतरा हो। तो उस वयक्ति पर आईपीसी धारा 144 लगेगी।
आईपीसी धारा 144 में दो साल तक की सजा (punishment) का प्रावधान है, या फाइन भी लग सकता है, या फिर दो साल तक की सजा और साथ में फाइन दोनों भी हो सकते हैं।
आईपीसी धारा 144 एक Bailable Offense है। इसमें जमानत पुलिस थाने में ही हो जाएगी मतलब जमानत के लिए आपको कोर्ट जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी जमानत पुलिस थाने में ही हो जाएगी।
निष्कर्ष:
मैंने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 144 (IPC 144 in Hindi) को सिंपल तरीके से समझाने की कोशिश की है। मेरी ये ही कोशिश है, की जो पुलिस की तैयारी या लॉ के स्टूडेंट है, उनको IPC की जानकारी होनी बहुत जरुरी है। ओर आम आदमी को भी कानून की जानकारी होना बहुत जरुरी है।
मेरा नाम आशुतोष चौहान हैं, मैं कोर्ट-जजमेंट ब्लॉग वेबसाईट का Founder & Author हूँ। मैं पोस्ट ग्रेजुएट हूँ। मैं एक Professional blogger भी हूँ। मुझे लॉ से संबंदित आर्टिकल लिखना पसंद है।