IPC 324 in Hindi- आज के समय में लड़ाई झगड़ा मारपीट और मर्डर जैसी अप्रिय घटना आए दिन होती ही रहती है और इसकी जानकारी हम लोगों को न्यूज़ और अखबारों के माध्यम से पता चलती है आप लोगों ने कई बार न्यूज़ में देखा होगा कि अपराधी द्वारा किसी व्यक्ति के ऊपर धारदार हथियार से हमला होता है और इस तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 324 को लागू किया गया है।
आप इस लेख में जानेंगे कि धारा 324 क्या है?, इसमें कितने साल की सजा होती है?, इसमें वकील की भूमिका, इसमें जमानत कैसे मिलती है? और ऐसे में बचाव क्या है? इन सभी के बारे में आपको पूरी विस्तृत जानकारी मिलने वाली है तो इसलिए आप लोग हमारे साथ इस आर्टिकल में पूरा अंत तक बन रहे और इसे ध्यानपूर्वक पढ़े।
![IPC 324 in Hindi- धारा 324 कब लगती है? सजा, जमानत और बचाव 1 IPC 324 in Hindi](https://courtjudgement.in/wp-content/uploads/2023/12/IPC-324-in-Hindi.webp)
IPC (भारतीय दंड संहिता) की धारा 324 के अनुसार:-
खतरनाक आयुधों या साधनों द्वारा स्वेच्छया उपहति कारित करना:- “उस दशा के सिवाय जिसके लिए धारा 334 में उपबंध है, जो कोई असन, वेधन या काटने के किसी उपकरण द्वारा या किसी ऐसे उपकरण द्वारा जो यदि आक्रामक आयुध के तौर पर उपयोग में लाया जाए, तो उससे मृत्यु कारित होना संभाव्य है या अग्नि या किसी तप्त पदार्थ द्वारा, या किसी विष या किसी संक्षारक पदार्थ द्वारा या किसी विस्फोटक पदार्थ द्वारा या किसी ऐसे पदार्थ द्वारा, जिसका श्वास में जाना या निगलना या रक्त में पहुँचना मानव शरीर के लिए हानिकारक है, या किसी जीवजन्तु द्वारा स्वेच्छया उपहति कारित करेगा, वह दोनों में से किसी भाँति के कारावास से, जिसकी अवधि तीन वर्ष तक की हो सकेगी, या जुर्माने से, या दोनों से, दण्डित किया जाएगा।”
तो दोस्तों अब उप्पर की कानूनी भाषा को सरल भाषा में समझने की कोशिश करते है।
IPC 324 in Hindi-
भारतीय दंड संहिता की धारा 324 मैं यह बताया गया है, कि अगर कोई व्यक्ति अपनी स्वेछा से किसी दूसरे व्यक्ति के साथ में लड़ाई झगड़ा करने के बाद धारदार हथियार से हमला करता है। तो उसके ऊपर भारतीय दंड संहिता की धारा 324 लगाकर कोर्ट द्वारा कार्रवाई की जाती है।
IPC 324 लगने के मुख्य कारण-
अगर अपराधी व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति को चाकू या किसी धारदार हथियार से मारता है तो उसके ऊपर इस धारा के तहत कार्रवाई की जाती है। अब इसको एक उदहारण के साथ समझते है।
उदाहरण-
एक बार दिनेश अपने घर से मार्केट की तरफ जा रहा होता है और कुछ दूर जाने के बाद रास्ते में कुछ गड्ढे थे जिनमें पानी भरा हुआ था और दिनेश की बाइक गड्ढे में चली जाती है। तब पास में खड़े संजीव के ऊपर कीचड़ छिटक कर पड़ जाता है।
इस बात पर संजीव को बहुत ही गुस्सा आ जाता है और पास में ही एक सब्जी की दुकान से दौड़कर संजीव चाकू लेकर आता है। और दिनेश के ऊपर हमला कर देता है जिससे दिनेश पूरी तरह से चोटिल हो जाता है। इस घटना के तुरंत बाद पुलिस वहां पहुंचकर संजीव को इस धारा के तहत गिरफ्तार करके थाने ले जाती है।
लागू अपराध-
न्यायालय के द्वारा इस तरह के अपराध को बेहद गंभीरता से लिया जाता है और इस अपराध में अपराधी व्यक्ति को दोषी पाए जाने पर 3 वर्ष के कारावास की सजा और आर्थिक जुर्माना लगाने का प्रावधान है।
अपराध | सजा | संज्ञेय | जमानत | विचारणीय |
---|---|---|---|---|
खतरनाक आयुधों या साधनों द्वारा स्वेच्छया उपहति कारित करना | 3 वर्ष तक की जेल व जुर्माना। | धारा 324 संज्ञेय (Cognizable) अपराध की श्रेणी में आती है। | यह गैर-जमानतीय अपराध है | यह कोई भी मजिस्ट्रेट के द्वारा विचाराधीन होती है। |
धारा 324 में जमानत का क्या प्राबधान है?
भारतीय दंड संहिता की धारा 324 को एक संज्ञेय अपराध की श्रेणी में रखा गया है। इसीलिए इस धारा में जमानत मिलना थोड़ा मुश्किल हो जाता है और इसमें जमानत दिलाने के लिए आपके पास अनुभव वकील का होना जरूरी है जो आपको कोर्ट में निर्दोष साबित कर सके और आपको जमानत दिला सके।
बचाव-
- हमेशा लड़ाई झगड़ा करने से बचे अगर आपको किसी बात पर गुस्सा भी आ जाता है तो आप खुद को शांत करें और उस जगह से तुरंत हट जाएं।
- अगर आपका किसी से झगड़ा हो भी जाता है तो आप किसी भी तरह के हथियार का इस्तेमाल करने से बचे नहीं तो आपके ऊपर भी इस धारा के तहत कार्रवाई हो सकती है।
- अगर आपके ऊपर कोई हमला करने की साजिश या कोशिश करता है तो आप इसकी शिकायत सबसे पहले पुलिस को करें ओर वंहा से निकलकर किसी सुरक्षित जगह पर चले जाये।
इसमें वकील की भूमिका क्या है?
इसमें वकील की अहम भूमिका होती हैं क्योंकि किसी भी साधारण व्यक्ति को भारतीय दंड संहिता की कानूनी धारा के बारे में पूरी जानकारी नहीं होती जिससे इस केस को लड़ने में कई तरह के दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
इसके लिए आपके पास एक अनुभवी वकील का होना बहुत जरूरी है जो आपको इस केस के बारे में उपयुक्त जानकारी देगा।
अगर आप पीड़ित है तो आपको एक अनुभवी वकील की जरूरत होगी जो आपके लिए अपराधी को सजा दिलाने का कार्य करेगा।
FAQs-
उत्तर: यदि कोई व्यक्ति किसी खतरनाक आयुधों या साधनों द्वारा अपनी इच्छा से किसी दूसरे व्यक्ति पर जानलेबा हमला करता है तो उस पर धारा 324 के तहत करवाई की जाएगी।
उत्तर: धारा 324 के अनुसार, दोषी को 3 वर्ष तक की सजा और साथ में फाइन का प्रावधान किया गया है।
उत्तर: धारा 324 संज्ञेय (Cognizable) अपराध की श्रेणी में आती है।
उत्तर: यह गैर-जमानतीय अपराध है।
उत्तर: धारा 324 के अनुसार शिकायत थाने या कोर्ट में दर्ज कराई जा सकती है। इसके लिए शिकायतकर्ता को थाने या कोर्ट जाकर आवेदन पत्र देना होता है और उसके बाद पुलिस की जाँच शुरू होती है।
आप इस आर्टिकल को https://courtjudgement.in पर पढ़ रहे हैं और हमने इस वेबसाइट में भारतीय दंड संहिता की तमाम धाराओं के बारे में आर्टिकल लिखा हुआ है आप उन आर्टिकल को भी जरूर पढ़ें और इस आर्टिकल को हमारे साथ पुरा अंत तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!!!!!
मेरा नाम Advocate Ashutosh Chauhan हैं, मैं कोर्ट-जजमेंट (courtjudgement) वेबसाईट का Founder & Author हूँ। मुझे लॉ (Law) के क्षेत्र में 10 साल का अनुभव है। इस वेबसाईट को बनाने का मेरा मुख्य उद्देश्य आम लोगो तक कानून की जानकारी आसान भाषा में पहुँचाना है। अधिक पढ़े…