आज मैं आपके लिए IPC Section 50 in Hindi की जानकारी लेकर आया हूँ, पिछली पोस्ट में हमने आपको आईपीसी (IPC) की काफी सारी धाराओं के बारे में बताया है। अगर आप उनको पढ़ना चाहते हो, तो आप पिछले पोस्ट पढ़ सकते है। अगर आपने वो पोस्ट पढ़ ली है तो, आशा करता हूँ की आपको वो सभी धाराएं समझ में आई होंगी । अब बात करते है, भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 50 क्या होती है?
भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 50 क्या होती है?
IPC (भारतीय दंड संहिता की धारा ) की धारा 50 के अनुसार:-
धारा:- “धारा शब्द इस संहिता के किसी अध्याय के उन भागों में से किसी एक का द्योतक है, जो सिरे पर लगे संख्यांकों द्वारा सुभिन्न किए गए हैं।”
As per section 50 of IPC (Indian Penal Code):-
Section:- “The word “section” denotes one of those portions of a chapter of this Code which are distinguished by prefixed numeral figures.”
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धारा 50 क्या है?
ऊपर जो डेफिनेशन दी गयी है, वो कानूनी भाषा में दी गयी है, शायद इसको समझने में परेशानी आ रही होगी। इसलिए इसको मैं थोड़ा सिंपल भाषा का प्रयोग करके समझाने की कोशिश करता हूँ।
IPC Section 50 में “Section” Word के बारे में बताया गया है। अभी भी हम Section की ही बात कर रहे हैं। जैसे Section 50 है। इसमें यही बताया गया कि Section किसको कहा जाता है। भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) के अंदर जितने भी Chapter हैं, उन सभी Chapters को Section में बांटा गया है। जितने भी Section है, उनकी पहचान Figure से की जाती है। जैसे Chapters के अंदर Section होते है। और भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) के अंदर Total 511 Section है। इनको हम धारा भी बोलते है। और जितने भी Section उनकी Numerical Figure दी गयी है। जैसे यह IPC का Section 50 है। इसके बाद IPC का Section 51 आएगा। कोई भी Section है, उनकी Numerical Figure ज़रूर है, उसी से वह पहचाना जाएगा। कहने का मतलब यह है कि इसमें यह बताया गया है, कि भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) के अंदर जितनी भी धराये हैं उनके आगे Numerical Figure ज़रूर होगा। IPC का Section 50 में यही बताया गया है।