आज मैं आपके लिए IPC Section 45 in Hindi की जानकारी लेकर आया हूँ, पिछली पोस्ट में हमने आपको आईपीसी (IPC) की काफी सारी धाराओं के बारे में बताया है। अगर आप उनको पढ़ना चाहते हो, तो आप पिछले पोस्ट पढ़ सकते है। अगर आपने वो पोस्ट पढ़ ली है तो, आशा करता हूँ की आपको वो सभी धाराएं समझ में आई होंगी।
![आईपीसी धारा 45 क्या है? । IPC Section 45 in Hindi । उदाहरण के साथ 1 IPC Section 45 in Hindi](https://courtjudgement.in/wp-content/uploads/2023/03/IPC-Section-45-in-Hindi.webp)
भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 45 क्या होती है?
IPC (भारतीय दंड संहिता की धारा ) की धारा 45 के अनुसार:-जीवन:- “जब तक कि संदर्भ से तत्प्रतिकूल प्रतीत न हो, जीवन शब्द मानव के जीवन का द्योतक है।”
As per section 45 of IPC (Indian Penal Code):-Life:- “The word “life” denotes the life of a human being, unless the contrary appears from the context.”
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धारा 45 क्या है?
ऊपर जो डेफिनेशन दी गयी है, वो कानूनी भाषा में दी गयी है, शायद इसको समझने में परेशानी आ रही होगी। इसलिए इसको मैं थोड़ा सिंपल भाषा का प्रयोग करके समझाने की कोशिश करता हूँ।
IPC का Section 45 में यह बताया गया है, कि अगर भारतीय दंड संहिता (IPC) के अंदर किसी भी जगह पर सिर्फ “Life” शब्द लिखा है। तब उसे माना जायेगा की, इंसान की Life या आदमी या औरत या बच्चों की Life की बात हो रही है। अगर specific तरीके से लिखा हुआ है, कि किसी जानवर की “Life” फिर वह जानवर की ही “Life” मानी जाएगी। जैसे कहीं लिखा हुआ है, कि किसी चिड़िया की “Life” किसी शेर की “Life” किसी हाथी की “Life” अगर साथ में specific लिखा हुआ है, कि किसी जानवर की “Life” या कुछ साथ में लिखा हुआ है, कि हाथी की “Life” या चिड़िया की “Life” जैसे मैंने उधारण दिया। फिर वो उन्हीं की “Life” मानी जाएगी उन्हीं का जीवन माना जाएगा। लेकिन अगर केबल “Life” शब्द लिखा हुआ है। उसके साथ में और कुछ भी नहीं लिखा हुआ। फिर यह माना जाएगा की human being की “Life” की बात हो रही है, इंसान की “Life” की बात हो रही है, मानव की “Life” की बात हो रही है। IPC का Section 45 में यही बताया गया है।
निष्कर्ष:
उम्मीद करता हूं। आपको भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) के Section 45 समझ में आ गयी होगी। मैंने इसको सिंपल शब्दों में समझाने की कोशिश की है, अगर फिर भी कोई Confusion रह गई है, तो आप कमेंट बॉक्स में क्वेश्चन कर सकते है। मुझे आंसर देने में अच्छा लगेगा।
मेरा नाम Advocate Ashutosh Chauhan हैं, मैं कोर्ट-जजमेंट (courtjudgement) वेबसाईट का Founder & Author हूँ। मुझे लॉ (Law) के क्षेत्र में 10 साल का अनुभव है। इस वेबसाईट को बनाने का मेरा मुख्य उद्देश्य आम लोगो तक कानून की जानकारी आसान भाषा में पहुँचाना है। अधिक पढ़े…