Court Se Certified Copy Kaise Nikale? | “How to Get Certified Copy From Court?”

Rate this post

कोर्ट से सर्टिफाइड कॉपी कैसे निकाले? “How to Get Certified Copy From Court?”

कोर्ट से सर्टिफाइड कॉपी कैसे निकाले? (How to Get Certified Copy From Court?) :- इस आर्टिकल में हम बात करेंगे, कि अगर कोर्ट में आपका कोई केस चल रहा है, और कोर्ट से आप “Certified Copies” निकलवाना चाहते हैं। तब ऐसे में आप अपने केस की “Certified Copies” कैसे निकलवा सकते हैं? कोर्ट से “Certified Copies” निकलवाने के दो तरीके है। पहला तरीका आप वकील के दुवारा ये काम करा सकते है। ओर दूसरा आप खुद ये काम कर सकते है। मै आपको दोनों तरीको को समझाता हूँ।

वकील के दोवारा कोर्ट से सर्टिफाइड कॉपी निकलवाना

आप किसी वकील के दुवारा ये काम करा सकते है। लेकिन इसमें आपके ज्यादा पैसे खर्च होंगे। क्योंकि वकील अपनी फीस भी लेगा। अगर आप वकील के दुवारा “Certified Copies” निकलवाते हो, तो आपको बस वकील की फीस देनी है, ओर बाकि का काम वकील खुद कर लेगा। इसमें आपका फायदा ये होगा की, आपको कोई भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी ओर आपका टाइम भी बच जायेगा।

Also Read – कोर्ट में पेशी पर हाजिर न होने पर क्या होता है?

खुद के दोवारा कोर्ट से सर्टिफाइड कॉपी निकलवाना

अगर आप कम पैसो में “Certified Copies” निकलवाना चाहते हो, तो आपको ये काम खुद ही करना होगा। कोर्ट से सर्टिफाइड कॉपी निकलवाना कोई कठिन काम नहीं है। इसमें कोई भी अभियुक्त अपने केस की सर्टिफाइड कॉपी बड़ी आसानी से निकलवा सकता है। इसके लिए आपको एक फॉर्म भरना होता है। जो केस आपका कोर्ट मे चल रहा है, उसकी पूरी डिटेल आपको फॉर्म में भरनी होगी। जैसे पार्टीज का नाम लिखना होता है, और आपको कौन कौन सी “Certified Copies” चाहिए वह लिखनी होती है, और अपने सिग्नेचर करने होते हैं। मतलब केस की पूरी डिटेल भरनी होगी। अब इसमें एक चीज़ ओर बताना चाहूंगा की, अगर आप उस केस में पार्टी है, मतलब उस केस मे आपका भी नाम है, तभी आप यह “Certified Copies” ले सकते हैं। ऐसा नहीं है, कि किसी और का केस चल रहा है, आप उसमें पार्टी नहीं है, फिर भी आप उसकी “Certified Copies” लेने के लिए अप्लाई कर रहे हैं। अगर आप उस केस मे पार्टी है, तभी आपको “Certified Copies” मिलेगी। क्योंकि यह कोई पब्लिक डॉक्यूमेंट नहीं होता है। फॉर्म भरने के बाद उस फॉर्म को आपको कोर्ट मे देना होता है, ओर कोर्ट के दुवारा आपको रिसीप्ट मिलती है। उसके बाद आपको “Certified Copies” मिल जाती हैं।

Also Read – पुलिस कितने समय में कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करती है?

अगर इसके खर्चे की मैं बात करूं तो जो फॉर्म आता है, वह पांच से दस रुपए मे मिल जाता है। यह फॉर्म आपको कोर्ट के अंदर दुकान पर मिल जाता है। इस फॉर्म के ऊपर जो स्टाम्प टिकट्स लगती है, वो लगभग दस रुपए की लगती है। ये हर स्टेट में अलग अलग हो सकती है। इसके अलावा आपको जितने भी डाक्यूमेंट्स की “Copies” लेनी होती है। उसके पेजेज का आपको चार्ज देना होता है। जैसे मान के चलिए, “Certified Copies” के एक पेज का लगभग दो से तीन रुपए चार्ज किया जाता है। अगर आपको “Certified Copies” के पांच पेजेज लेने हैं, तो लगभग आपका दस से बीस रुपए खर्चा आएगा। जो की बहुत ज़्यादा खर्च नहीं है।

Also Read – पत्नी मायके से वापस नहीं आ रही क्या करें?

उम्मीद करता हूं। आपको Court Se Certified Copy Kaise Nikale? “How to Get Certified Copy From Court?” समझ में आ गया होगा। मैंने इसको सिंपल शब्दों में समझाने की कोशिश की है, अगर फिर भी कोई Confusion रह गई है, तो आप कमेंट बॉक्स में क्वेश्चन कर सकते है। मुझे आंसर देने में अच्छा लगेगा।

FAQs: (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

किसी कोर्ट के द्वारा जारी किए गए दस्तावेज़ की एक प्रति मूल की एक सच्ची और सटीक प्रतिलिपि होने की गारंटी देती है।

हाँ, आप खुद या वकील के द्वारा कोर्ट से सर्टिफाइड कॉपी निकलवा सकते है।

निष्कर्ष:

मैंने Court Se Certified Copy Kaise Nikale? “How to Get Certified Copy From Court?” को सिंपल तरीके से समझाने की कोशिश की है। अगर आपकी कोई भी क्वेरी या वेबसाइट पर अपलोड हुए जजमेंट को PDF में चाहते है तो आप हमसे ईमेल के दुबारा संपर्क कर सकते है। आपको contact पेज पर Email ID ओर Contact फॉर्म मिलेगा आप कांटेक्ट फॉर्म भी fill करके हमसे बात कर सकते है।

Also Read – IPC Section 7 in Hindi – धारा 7 क्या है?

Also Read – IPC Section 6 in Hindi – धारा 6 क्या है?

Also Read – IPC Section 5 in Hindi – धारा 5 क्या है ?

Also Read – IPC Section 4 in Hindi – धारा 4 क्या है ?

Also Read – IPC Section 3 in Hindi – धारा 3 क्या है ?

Also Read – IPC Section 2 in Hindi – धारा 2 क्या है ?

Also Read – IPC Section 1 in Hindi – धारा 1 क्या है ?

Also Read – How to Fight False IPC 406?

Also Read – 498a judgement in favour of husband

Also Read – Section 498A IPC in Hindi

Also Read – Domestic Violence in Hindi

Also Read – 406 IPC in hindi

Leave a Comment