आज मैं आपके लिए भारतीय दंड संहिता (IPC Section 24 in Hindi) की धारा 24 की जानकारी लेकर आया हूँ, पिछली पोस्ट में हमने आपको आईपीसी (IPC) की काफी सारी धाराओं के बारे में बताया है। अगर आप उनको पढ़ना चाहते हो तो आप पिछले पोस्ट पढ़ सकते है। अगर आपने वो पोस्ट पढ़ ली है तो, आशा करता हूँ की आपको वो सभी धाराएं समझ में आई होंगी । अब बात करते है, भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 24 क्या होती है?
भारतीय दंड संहिता की धारा 24 क्या होती है?
“ जो भी कोई किसी एक व्यक्ति को गलत तरीके से लाभ पहुँचाने या अन्य व्यक्ति को गलत तरीके से हानि पहुँचाने के आशय से कोई कार्य करता है, वह उस कार्य का बेईमानी से किया जाना कहलाता है। ”
“ Whoever does anything with the intention of causing wrongful gain to one person or wrongful loss to another person, is said to do that thing “dishonestly”. ”
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धारा 24 क्या है?
ऊपर जो डेफिनेशन दी गयी है, वो कानूनी भाषा में दी गयी है, शायद इसको समझने में परेशानी आ रही होगी। इसलिए इसको मैं थोड़ा सिंपल भाषा का प्रयोग करके समझाने की कोशिश करता हूँ। IPC Section 24 को सरल शब्दों में समझाता हूँ । मान के चलिए मेरे घर में कुछ सोना रखा है। कोई आया और उसने बिना बताए वह सोना उठा लिया, और अपनी pocket में रखा, और वह मेरे घर से चला गया। यह एक तरीके से चोरी हो गई। ये चोरी भी हुई, लेकिन जो मेरा सोना उठाकर कर ले गया। उसको Wrongful gain कहा जायेगा। क्योंकि उसने गैरकानूनी तरीके से मुझे बिना बताए और जिस सोना पर उसका कोई हक नहीं था। उसको वह वहां से उठाकर ले गया। ये सब मैंने ipc section 23 में बताया है। और मुझे Wrongful loss हुआ। क्योंकि वो मेरा सोना था। कानूनी रूप से मैं उसका हकदार था। लेकिन मुझे Wrongful loss हो गया। इस ipc में “dishonestly” को बताया गया है। चोरी में हमेशा dishonestly जुड़ा ही होता है। बेईमानी जुड़ी ही होती है।