State of UP vs Satpal 498a Judgement

498a judgement

अभियुक्तगण सतपाल, श्रीमती ब्रिजेश व सुशील के विरूद्ध थाना मुरादनगर जिला गाजियाबाद की पुलिस द्वारा अन्तर्गत धारा ४९८ए,३२३,५०४,५०६ भा०दं०सं० व ३/४ दहेज प्रतिषेद्ध अधिनियम के अन्तर्गत आरोप पत्र न्यायालय में विचारण हेतु प्रेषित किया गया है, जिसके आधार पर उपरोक्त अभियुक्तगण का विचारण इस न्यायालय द्वारा किया गया। संक्षेप में अभियोजन कथानक इस प्रकार है … अधिक पढ़े…

State of UP vs Radhe 498a Judgement

498a judgement

यह विचारण थाना हीमपुर जिला बिजनौर के विवेचक द्वारा अभियुक्तगण के विरूद्ध अन्तर्गत धारा 498a, 323, 504, 506, 147 भा0दं0सं0 व धारा 3/4 दहेज प्रतिषेध अधिनियम के अधीन आरोप पत्र प्रेषित करने पर प्रारम्भ हुआ। संक्षेप में अभियोजन कथन इस प्रकार से है कि वादनी श्रीमती पुष्पा की शादी करीब तीन साल पहले राधे पुत्र … अधिक पढ़े…

State of UP vs Manabbar 498a Judgement

498a judgement

यह विचारण थाना मण्डावर जिला बिजनौर के विवेचक द्वारा अभियुक्तगण के विरुद्ध अन्तर्गत धारा 498a, 323, 504, 506 भा0दं0सं0 व धारा 3/4 दहेज प्रतिषेध अधिनियम के अधीन आरोप पत्र दिनांकित 29-04-2010 प्रेषित करने पर प्रारम्भ हुआ। संक्षेप में अभियोजन कथन इस प्रकार से है कि वादनी फात्मा की शादी करीब एक वर्ष एक माह पहले … अधिक पढ़े…

State of UP vs Guru Charan 498a Judgement

498a judgement

यह विचारण थाना रेहड़ जिला बिजनौर के विवेचक द्वारा अभियुक्तगण के विरूद्ध आरोप पत्र प्रेषित करने पर आरम्भ हुआ। संक्षेप में अभियोजन का कथानक इस प्रकार है कि वादनी जसप्रीत कौर की शादी कुलदीप सिंह के साथ सिख रीति-रिवाज से दिनांक 02-03-2001 को हुई थी। जिसमें दहेज में सामान दिया, जिससे आरोपीगण खुश नहीं थे … अधिक पढ़े…

State of UP vs Kuldeep 498a Judgement

498a judgement

वर्तमान मामला पुलिस रिपोर्ट के आधार पर संस्थित मामला है। न्यायालय द्वारा थाना विजय नगर से अ० सं०-368/2005 धारा-498a , 323, 506, भारतीय दण्ड संहिता व 3/4 दहेज प्रतिषेध अधिनियम, थाना विजय नगर, जिला गाजियाबाद में अभियुक्तगण कुलदीप सिंह, कुशलपाल सिंह, श्रीमती ऊषा व श्रीमती अनविता के विरूद्ध भेजे गये आरोप-पत्र के आधार पर विचारण … अधिक पढ़े…

Niharika vs Neeraj 406 ipc Judgement

406ipc Judgement

परिवादिनी निहारिका डोगरा द्वारा प्रस्तुत परिवाद अभियुक्त नीरज शर्मा को तलब कर दण्डित करने हेतु योजित किया गया। संक्षेप में परिवादिनी कथन इस प्रकार है कि परिवादिनी निहारिका डोगरा द्वारा इन कथनो के साथ प्रस्तुत किया गया कि उसकी शादी दिनांक २२.११.२००९ को हिन्दू रीति रिवाजो के अनुसार अभियुक्त नीरज शर्मा के साथ सम्पन्न हुयी … अधिक पढ़े…

Vijyalaxmi vs Rajendra 406ipc Judgement

406ipc Judgement

परिवादिनी श्रीमती विजयलक्ष्मी द्वारा प्रस्तुत परिवाद अभियुक्तगण राजेन्द्र सिंह उर्फ राजू, गदल सिंह व श्रीमती सावित्री देवी को तलब कर दण्डित करने हेतु योजित किया गया। संक्षेप में परिवादिनी कथन इस प्रकार है कि परिवादिनी श्रीमती विजयलक्ष्मी द्वारा इन कथनो के साथ प्रस्तुत किया गया कि उसकी शादी दिनांक ०५.०३.२००३ को हिन्दू रीति रिवाजो के … अधिक पढ़े…

IPC 406 Judgement in Favour of Husband

How to Fight False IPC 406?, झूठे IPC 406 से कैसे लड़ें?

IPC 406 Judgement in Favour of Husband ये केस ग़ज़िआबाद के कविनगर का है। इसमें पति ने पत्नी को मारपीट कर घर से बहार निकाल दिया था। क्योंकि पति पत्नी से तीन लाख रूपये मकान खरीदने के लिये तथा एक कार देने के लिये नाजायज मांग करता था। पत्नी ने अपनी एप्लीकेशन में ये बात … अधिक पढ़े…

Pallawi vs Tarun Domestic Violence Judgement

Domestic Violence

प्रार्थिया पल्लवी शर्मा की ओर से विरूद्ध विपक्षीगण अंतर्गत धारा-१२ घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षण दिलाये जाने हेतु तथा भरण-पोषण के सम्बन्ध में अनुतोष प्राप्त करने हेतु यह प्रार्थना-पत्र प्रस्तुत किया गया है। संक्षेप में प्रार्थना-पत्र का कथानक इस प्रकार है कि प्रार्थिया की शादी विपक्षी संख्या-१ के साथ दिनांक … अधिक पढ़े…

Moni vs Deepchandra Domestic Violence Judgement

Domestic Violence

प्रार्थिया श्रीमती मोनी की ओर से विरूद्ध विपक्षीगण अंतर्गत धारा-१२ घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षण दिलाये जाने हेतु तथा भरण-पोषण के सम्बन्ध में अनुतोष प्राप्त करने हेतु यह प्रार्थना-पत्र प्रस्तुत किया गया है। संक्षेप में प्रार्थना-पत्र का कथानक इस प्रकार है कि प्रार्थिया का प्रथम विवाह नीटू पुत्र बीर सिंह … अधिक पढ़े…